Sunday, December 9, 2007
खाली ब्लाग बना देहला से थो़ड़े न कुछु होई....
हमके जनाता की दस बारह दिन त होई गइल होई इ ब्लाग बनवले। बाकिर अबे एकरा बारे में ढ़ेर अदमिन के जानकारी नइखे, एसे केहू एह पर लिखत नइखे। एगो अउरी बात इ बतावे के रहल ह की, ए ब्लाग क नाम पहिले भोजपुरियाटिक रखल गइल रहे, बाकिर कुछ अदमिन क कहला पर एकर नाम बदल के अब बाटी - चोखा कइल जात ह..। हं..एकरा बाद अब एकर नाम ना बदली, एकर गारंटी बाटे। जे केहू ए ब्लाग पर आवे ओसे हथजोरिया बा की कुछउ लिख के जाए...कहीं दूसरा जगह से त लिखे पढ़े वाला अदमी अइहं नाहीं। हमनिए के ई काम करे के पड़े। तोहन लोग देखलहीं होइब जा कि मैथली में कइगो ब्लाग चलत बा आजकल। हमनीं के आपन बोली के बचावे के बा त भोजपुरी में तनी मनी त बोले चाले के पड़ी। तबे जाके आगे ए पर कुछऊ ढंग क पढ़े के मिल पाई...।
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