जेकरा जेकरा भोजुपरी बोले या समझे आवेला। उ सब केहू इहिजा आपन मन क बात कह सकेला। इ सोचला क तनिको जरुरत नइखे कि उ गाजीपुर क ह, बलिया क...कि मऊ, आजमगढ़, गोरखपुर या बनारस क..। सब केहू जानत बा कि सब कर भोजपुरी में तनी मनी फर्क त बटले बा। ऐसे तनिको संकोच कइला क जरुरत नइखे.. नाहीं त इ ब्लाग बनवला क कवनो फायदा ना होई। जेकरा जवन बुझाए.. उ लिख सकत बा। ई ब्लाग बनावे क मकसद तबे कामयाब होई, जब सब मिलके अपना बोली में बातचीत शुरु कर देई। त का...सोचत बाल...जवन बुझाए बस लिखे शुरु कर द...। बुझाइल कि ना....?
आव जा गलचऊर करीं जा..
इ तोहरे ब्लाग ह। अउरी इहो जानल कि बिना तोहरा एकर काम ना चली। ऐसे ढ़ेर सोचला क जरुरत नइखे। आव जा कुछऊ बोले बतियावे शुरु करीं जा....इ ब्लाग से जुड़े खातिर बस एतना करे के बा कि आपन ईमेल आईडी ई पता पर भेज द जा... viveksatyamitram@gmail.com